प्राचीन भारतीय राजनीतिक विचार कौटिल्य और अर्थशास्त्र कौटिल्य के बचपन का नाम विष्णुगुप्त था तथा वे चणक नामक ब्राह्मण के पुत्र थे इसलिए उन्हें चाणक्य नाम से भी सम्बोधित किया जाता है। हमारे समक्ष कौटिल्य के संबंध में जो भी ऐतिहासिक तथ्य, सूचनाएं एवं जानकारियां उपलब्ध हैं, उनके द्वारा यह प्रमाणित होता कि कौटिल्य मौर्य सम्राट् के चन्द्रगुप्त प्रधानमंत्री तथा विशेष सलाहकार थे। कौटिल्य के अर्थशास्त्र की जानकारी वर्ष 1905 में उस समय हुई। जब तंजौर के एक ब्राह्मण ने इसकी हस्तलिखित एक पाण्डुलिपि मैसूर राज्य के प्राच्य पुस्तकालय को भेंट की। इन पाण्डुलिपियों को एक ग्रन्थ के रूप में 1909 में प्रकाशित किया गया । कौटिल्य के इस ग्रन्थ (अर्थशास्त्र) में पन्द्रह अधिकरण, एक सौ अस्सी प्रकरण, एक सौ पचास अध्याय और छह हजार श्लोक हैं। राजनीतिक विचार कौटिल्य का अर्थशास्त्र मूलतः राजनैतिक ग्रंथ है। इसमें समस्त राजनैतिक विचारों को समाहित किया गया है। अर्थशास्त्र में उल्लेखित राजनीतिक विचार निम्नलिखित हैं- राज्य की उत्पत्ति और स्वरूप कौटिल्य ने सामाजिक समझौते के सिद्धान्त को राज्य की उत्पत्ति के स
राजनीति विज्ञान के 100 महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर 1. दार्शनिक राजा का सिद्धांत किसने प्रतिपादित किया था ? उत्तर. प्लेटो ने। 2. संयुक्त राष्ट्र संघ के वर्तमान महासचिव हैं ? उत्तर. एंटोनियो गुटेरेश है जो पुर्तगाल के हैं, जिन्होने 1 जनवरी 2017 को अपना कार्यकाल सँभाला 3. श्रेणी समाजवाद का संबंध निम्नलिखित में से किस देश से रहा है ? उत्तर. बिर्टेन से। 4. राज्य की उत्पत्ति का दैवीय सिद्धांत किसने प्रतिपादित किया था ? उत्तर. जेम्स प्रथम ने 5. मुख्य सतर्कता आयुक्त की नियुक्ति कौन करता है? उत्तर. राष्ट्रपति 6. संसद का चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी की न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए? उत्तर. 25 वर्ष 7. भारतीय संविधान के किस संशोधन द्वारा प्रस्तावना में दो शब्द ‘समाजवादी’ और धर्मनिरपेक्ष जोड़े गए थे? उत्तर. 42वें 8. भारतीय संविधान के कौनसे भाग में नीति निदेशक तत्वों का वर्णन है ? उत्तर. चतुर्थ। 9. जस्टिस शब्द जस से निकला है जस का संबंध किस भाषा से है ? उत्तर. लैटिन 10. पंचायत समिति का गठन होता है? उत्तर. प्रखंड स्तर पर 11. “मेरे पास खून, पसीना और आँसू के अतिरिक्त देने के लिए कुछ भी नहीं है ” यह किसने क