मार्क्स /Marx / कार्ल मार्क्स मार्क्स (Marx ) मार्क्स के अनुसार आधुनिक राज्य समाज (civil society) जो व्यक्तिवाद पर आधारित है-एक सामाजिक प्राणी के रूप में व्यक्ति के अस्तित्व के लिए खतरा पैदा करता है। व्यक्तिवाद से अभिप्राय एक ऐसे व्यक्ति के प्रतिमान से है जिसके सामाजिक संबंध उसके निजी स्वार्थों को पूरा करने के साधन मात्र हैं, जो व्यक्तिगत अस्तित्व को व्यक्ति का सर्वोच्च उद्देश्य मानता है और जो समाज को व्यक्ति के संदर्भ में बाह्य और औपचारिक वस्तु मानता है। आधुनिक नागरिक समाज व्यक्तिवाद का साकार रूप है जहाँ व्यक्ति का पृथक् अस्तित्व परम साध्य हैं और सारे क्रियाकलाप उसके साधन है। मार्क्स के अनुसार इस प्रकार का समाज एक सामाजिक व्यक्ति का प्रतिमान प्रस्तुत नहीं कर सकता। मार्क्स के अनुसार जो समाज व्यक्ति के इस अकेलेपन, (atomization) पर विजय पा लेगा, वही सच्चा लोकतंत्र होगा ।" 'लोकतंत्र 'व्यक्ति के सामुदायिक सार-तत्त्व' (man's.communist essence) पर आधारित है सच्चा लोकतंत्र समाज की वह व्यवस्था है जिसमें व्यक्ति और समाज को एक-दूसरे के बिरुद्ध खड़ा नहीं किया जाता। "
राजनीति विज्ञान के 100 महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर 1. दार्शनिक राजा का सिद्धांत किसने प्रतिपादित किया था ? उत्तर. प्लेटो ने। 2. संयुक्त राष्ट्र संघ के वर्तमान महासचिव हैं ? उत्तर. एंटोनियो गुटेरेश है जो पुर्तगाल के हैं, जिन्होने 1 जनवरी 2017 को अपना कार्यकाल सँभाला 3. श्रेणी समाजवाद का संबंध निम्नलिखित में से किस देश से रहा है ? उत्तर. बिर्टेन से। 4. राज्य की उत्पत्ति का दैवीय सिद्धांत किसने प्रतिपादित किया था ? उत्तर. जेम्स प्रथम ने 5. मुख्य सतर्कता आयुक्त की नियुक्ति कौन करता है? उत्तर. राष्ट्रपति 6. संसद का चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी की न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए? उत्तर. 25 वर्ष 7. भारतीय संविधान के किस संशोधन द्वारा प्रस्तावना में दो शब्द ‘समाजवादी’ और धर्मनिरपेक्ष जोड़े गए थे? उत्तर. 42वें 8. भारतीय संविधान के कौनसे भाग में नीति निदेशक तत्वों का वर्णन है ? उत्तर. चतुर्थ। 9. जस्टिस शब्द जस से निकला है जस का संबंध किस भाषा से है ? उत्तर. लैटिन 10. पंचायत समिति का गठन होता है? उत्तर. प्रखंड स्तर पर 11. “मेरे पास खून, पसीना और आँसू के अतिरिक्त देने के लिए कुछ भी नहीं है ” यह किसने क