शांति पर्व /peace festival शांति पर्व मानव के एक सामाजिक प्राणी होने के नाते उसमें अन्तः सम्बन्धों की प्रवृत्ति स्वतः ही विकसित होती जाती है प्राचीनकाल की शासन पद्धति की जानकारी हमें उस समय में लिखे गए ऐतिहासिक ग्रंथों के माध्यम से ही प्राप्त होती है अतः उ प्राचीन भारतीय शासन पद्धति के अध्ययन में महान ग्रन्य महाभारत के शान्ति पर्व का अध्ययन अति उल्लेखनीय है। इस काल की राजनीतिक व्यवस्था के अध्ययन में हम महाभारत के शांति पर्व में वर्णित उस समय की राजनीति व्यवस्था दण्डनीति राजधर्म, मन्त्रिपरिषद् और कर व्यवस्था के साथ परराष्ट्र सम्बन्धों को समझने में करेंगे। शान्ति पर्व में उल्लेखित प्रमुख राजनीतिक विचार निम्नलिखित है-शान्तिपर्य में संवाद के कर्तव्यों एवं शासन व्यवस्था के विभिन्न अंगों का विस्तृत वर्णन है। इसके साथ ही इसमें राजशास्त्र के महत्व का वर्णन भी किया गया है। महाभारत का शान्ति पर्व में प्रमुख राजनीतिक विचार निम्न है- राज्य की उत्पत्ति का आधार क्या है? महाभारत के शान्ति पर्व मानव में बहुत ही ज्यादा प्रेम, त्याग, भाईचारा, धर्म के अनुसार जीने की आदत आदि यी यहाँ किसी शक्ति या रा
राजनीति विज्ञान के 100 महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर 1. दार्शनिक राजा का सिद्धांत किसने प्रतिपादित किया था ? उत्तर. प्लेटो ने। 2. संयुक्त राष्ट्र संघ के वर्तमान महासचिव हैं ? उत्तर. एंटोनियो गुटेरेश है जो पुर्तगाल के हैं, जिन्होने 1 जनवरी 2017 को अपना कार्यकाल सँभाला 3. श्रेणी समाजवाद का संबंध निम्नलिखित में से किस देश से रहा है ? उत्तर. बिर्टेन से। 4. राज्य की उत्पत्ति का दैवीय सिद्धांत किसने प्रतिपादित किया था ? उत्तर. जेम्स प्रथम ने 5. मुख्य सतर्कता आयुक्त की नियुक्ति कौन करता है? उत्तर. राष्ट्रपति 6. संसद का चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी की न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए? उत्तर. 25 वर्ष 7. भारतीय संविधान के किस संशोधन द्वारा प्रस्तावना में दो शब्द ‘समाजवादी’ और धर्मनिरपेक्ष जोड़े गए थे? उत्तर. 42वें 8. भारतीय संविधान के कौनसे भाग में नीति निदेशक तत्वों का वर्णन है ? उत्तर. चतुर्थ। 9. जस्टिस शब्द जस से निकला है जस का संबंध किस भाषा से है ? उत्तर. लैटिन 10. पंचायत समिति का गठन होता है? उत्तर. प्रखंड स्तर पर 11. “मेरे पास खून, पसीना और आँसू के अतिरिक्त देने के लिए कुछ भी नहीं है ” यह किसने क