माओ त्से तुंग (Mao-tse Tung) माओ त्से तुंग (Mao-tse Tung) मार्क्सवाद के व्याख्याकारों में विचारक और राजमर्मज्ञ दोनों तरह के लोग आते हैं। लेनिन और स्टालिन के बाद जिन राजमर्मज्ञों ने मार्क्सवादी परंपरा को आगे बढ़ाया उनमें चीन के माओ त्से-तुंग का नाम अग्रणी है। माओ ने चीन में साम्यवादी आंदोलन का नेतृत्त्व संभालकर 1949 में वहाँ समाजवादी राज्य की स्थापना की। माओ त्से तुंग ने मार्क्सवाद-लेनिनवाद के सिद्धांतों में अपना दृढ विश्वास करते हुए उसके कार्यान्वयन में कुछ परिवर्तनों का सुझाव दिया। माओ ने मार्क्स और एंगेल्स के कुछ सिद्धांतों को भी नई व्यवस्था दी। मार्क्स और एंगेल्स का विश्वास या कि 'सर्वहारा का अधिनायकतंत्र' एक अल्पस्थायी व्याख्या होगी क्योंकि इसकी स्थापना के बाद राज्य के लुप्त होने में ज्यादा देर नहीं लगेगी। परंतु माओ ने यह अनुभव किया कि जब सर्वहारा वर्ग सत्ता संभाल लेगा तब भी वर्ग संघर्ष एक ऐसे वस्तुपरक नियम के रूप में जारी रहेगा जिस पर मनुष्य का वश नहीं होगा, केवल उसका रूप बदल जाएगा माओ ने यह तर्क दिया कि आर्थिक मोर्चे पर समाजवादी क्रांति हो जाने पर भी समाजवादी व्यव
राजनीति विज्ञान के 100 महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर 1. दार्शनिक राजा का सिद्धांत किसने प्रतिपादित किया था ? उत्तर. प्लेटो ने। 2. संयुक्त राष्ट्र संघ के वर्तमान महासचिव हैं ? उत्तर. एंटोनियो गुटेरेश है जो पुर्तगाल के हैं, जिन्होने 1 जनवरी 2017 को अपना कार्यकाल सँभाला 3. श्रेणी समाजवाद का संबंध निम्नलिखित में से किस देश से रहा है ? उत्तर. बिर्टेन से। 4. राज्य की उत्पत्ति का दैवीय सिद्धांत किसने प्रतिपादित किया था ? उत्तर. जेम्स प्रथम ने 5. मुख्य सतर्कता आयुक्त की नियुक्ति कौन करता है? उत्तर. राष्ट्रपति 6. संसद का चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी की न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए? उत्तर. 25 वर्ष 7. भारतीय संविधान के किस संशोधन द्वारा प्रस्तावना में दो शब्द ‘समाजवादी’ और धर्मनिरपेक्ष जोड़े गए थे? उत्तर. 42वें 8. भारतीय संविधान के कौनसे भाग में नीति निदेशक तत्वों का वर्णन है ? उत्तर. चतुर्थ। 9. जस्टिस शब्द जस से निकला है जस का संबंध किस भाषा से है ? उत्तर. लैटिन 10. पंचायत समिति का गठन होता है? उत्तर. प्रखंड स्तर पर 11. “मेरे पास खून, पसीना और आँसू के अतिरिक्त देने के लिए कुछ भी नहीं है ” यह किसने क